A poem on Goddess Santoshi authored by me who satisfies you in every way. I have experienced real life blessings from her, so sharing a self-made poem for her.
तू दुर्गा, तू काली,
तू तारा, तू अम्बा,
तू त्रिपुरसुन्दरी, तू भुवनेश्वरी,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू अनघा, तू पार्वती,
तू सती, तू कन्याकुमारी,
तू भैरवी, तू कालरात्रि,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू अनघा, तू पार्वती,
तू सती, तू कन्याकुमारी,
तू भैरवी, तू कालरात्रि,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू बगलामुखी, तू संकटा,
तू कामाख्या, तू आयुर्देवी,
तू अन्नपूर्णा, तू शाकम्बरी,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू सरस्वती, तू लक्ष्मी,
तू गंगा, तू यमुना,
तू तुलसी, तू गंडकी,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू वाक्देवी, तू श्रीदेवी,
तू सावित्री, तू भूदेवी,
तू गायत्री, तू नीलादेवी,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू मातंगी, तू कमला,
तू ब्राह्मणी, तू वैष्णवी,
तू महेश्वरी, तू रौद्री,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू त्वरिता, तू शीतला,
तू कात्यायनी, तू कौशिकी,
तू वरदा, तू मोक्षदा,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू त्वरिता, तू शीतला,
तू कात्यायनी, तू कौशिकी,
तू वरदा, तू मोक्षदा,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू राधा, तू रुक्मणी,
तू सत्यभामा, तू नाप्पिनाइ,
तू सीता, तू पदमावती,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू पद्मा, तू रमा,
तू यशोधरा, तू प्रज्ञा,
तू सुनंदा, तू सुमंगला,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू सृष्टिरूपा, तू प्रतिपालिका,
तू संहारकर्ता, तू कामरूपिणी,
तू परमसुंदरी, तू भयहारिणी,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।
तू विघ्न मिटाने वाली,
तू विघ्न मिटाने वाली,
तू संकट हरने वाली,
तू पाप नाश करने वाली,
तू आदिशक्ति संतोषी सुखधाम।